Sadhana Shahi

Add To collaction

संगीत (ग़ज़ल) प्रतियोगिता हेतु17-Mar-2024

दिनांक- 17,0 3, 2024 दिवस- रविवार प्रदत्त विषय- संगीत (कविता) प्रतियोगिता हेतु

सात सुरों के संगम तुम सजाते रहो, संगीत को दिल में बसाते रहो।

बजाकर सा,रे,गा,मा,पा का सरगम, मधुर गीतों से खुशियांँ बिछाते रहो।

मरुभूमि सा जब है जीवन लगे, सुर साधना से कानन बनाते रहो।

जब तमसता, कलमष्ता दृढ़ता को धरे, संगीत से उसे निर्मल कराते रहो।

साम्राज्य वीरानेपन का जब बढ़ने लगे, संगीत पूजो और उसको भगाते रहो।

संसार इसके बिना ना है पूरा, इसको अपनाके पूरा कराते रहो।

मानव तो क्या पशु- पक्षियों में भी, खुशियों की लहर को दौड़ते रहो।

कभी दीपक कभी भैरवी राग से, रूग्णता, व्याधियों को भगाते रहो।

संगीत से तान ने दीपक जलाया, मेघ- मल्हार से उसको बुझाते रहो।

साधना शाही, वाराणसी

   8
3 Comments

Mohammed urooj khan

19-Mar-2024 11:37 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

Reply

Gunjan Kamal

17-Mar-2024 07:20 PM

बहुत खूब

Reply

Varsha_Upadhyay

17-Mar-2024 07:02 PM

Nice

Reply